2000 Ka Note Kab Band Hua | 2000 का नोट कब बंद हुआ?

2000 Ka Note Kab Band Hua
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19 मई के शाम यह खबर आएगी गुलाबी रंग का 2000 का नोट बंद हो गया है। आरबीआई द्वारा यह कहा गया कि ₹2000 के नोट को सरकुलेशन से बाहर किया जा रहा है केंद्रीय बैंक के फैसले के बाद अब ना तो ₹2000 के नोट छापे जाएंगे और ना ही बैंक आपको देगा आपको 23 मई से 30 सितंबर तक अपने घर में मौजूद ₹2000 के नोट को बैंक में जमा या फिर बदलवाना होगा।

इस 2000 नोट की शुरुआत नोटबंदी से हुई थी 7 साल बाद यह नोट आज खुद बंद होने जा रहा है बाजार में आने के बाद से यह नोट चर्चा में रहा है अभी नोट में चिप की अफवाह उड़ी तो कभी नोट को बड़े होने को लेकर आपत्ति जताई गई साल 2016 में शुरू हुई गुलाबी नोट के सफर का अंत इस साल हो रहा है।

2000 का नोट बंद हो गया क्या?

19 मई के शाम यह खबर आएगी गुलाबी रंग का 2000 का नोट बंद हो गया है। आरबीआई द्वारा यह कहा गया कि ₹2000 के नोट को सरकुलेशन से बाहर किया जा रहा है केंद्रीय बैंक के फैसले के बाद अब ना तो ₹2000 के नोट छापे जाएंगे और ना ही बैंक आपको देगा आपको 23 मई से 30 सितंबर तक अपने घर में मौजूद ₹2000 के नोट को बैंक में जमा या फिर बदलवाना होगा।        “2000 Ka Note Kab Band Hua”

इस 2000 नोट की शुरुआत नोटबंदी से हुई थी 7 साल बाद यह नोट आज खुद बंद होने जा रहा है बाजार में आने के बाद से यह नोट चर्चा में रहा है अभी नोट में चिप की अफवाह उड़ी तो कभी नोट को बड़े होने को लेकर आपत्ति जताई गई साल 2016 में शुरू हुई गुलाबी नोट के सफर का अंत इस साल हो रहा है।

2000 के नोट की शुरूआत कब हुई थी?

8 नवंबर 2016 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने टीवी पर या घोषणा किया था कि अब से ₹500 और ₹1000 के नोट नहीं चलेंगे दोनों नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया था इस खबर के आने के बाद काफी दिनों तक लोगों ने लंबी कतार में खड़े होकर बैंक से अपनी नोट बदलवाय थे उसी समय इस गुलाबी नोट ₹2000 का जन्म हुआ था पहली बार जब लोगों ने बड़ी करेंसी का नोट देखा तो यह नोट इतना प्यारा था कि लोग इस नोट के साथ सेल्फी ले रहे थे उस समय सोशल मीडिया पर गुलाबी नोट के साथ लोगों की तस्वीरें वायरल हो रही थी।

2000 के नोट में चिप का विवाद।

भारत सरकार और आरबीआई ने ₹2000 के नोट इस डिजाइन के साथ नए रंग के साथ पहली बार जारी किया था आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक 2017 के अंत तक ₹2000 के 3285 करोड़ों रुपए का नोट छापा जा चुका था इस ₹2000 के नोट के जारी होने के बाद इस नोट में चिपका विवाद होने का भी दवा किया गया और यह अफवाह काफी दिनों तक चलता रहा। 

सोशल मीडिया पर इस तरह की फेक खबरें काफी वायरल हुई थी जिसमें इस ₹2000 के नोट में चिप लगा होने का दावा किया गया था हालांकि आरबीआई ने इस तरह की खबरों पर यह बताते हुए कहा था कि अब तक इस तरह की कोई भी तकनीक नहीं आई है इस तरह की खबरें पूरी तरह से फेक हैं।

2000 का नोट बंद क्यों हो रहा है?

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि इस गुलाबी रंग के ₹2000 को वापस क्यों लिया गया है या बंद किया गया। शुक्रवार को आरबीआई ने यह कहा है कि जो भी नोट बाजार में मौजूद है वह वैध रहेंगे 30 सितंबर तक जिन लोगों के पास यह ₹2000 का नोट है वह बैंक जाकर अपने नोट को बदलवा सकते हैं हालांकि एक बार में यह नोट ₹20,000 तक ही बदले जा सकते हैं बैंक में 1 दिन में कई बार भी यह नोट बदलवाया जा सकता है।

आरबीआई द्वारा इस फैसले की वजह 

आरबीआई के अनुसार यह नोट धीरे-धीरे चलन से बाहर हो रहे थे आरबीआई के अनुसार 31 मार्च 2018 तक बाजार में 6.73 लाख करोड़ रुपए के ₹2000 के नोट थे जोकि कुल नोटों का 37.3% था जबकी 31 मार्च 2023 तक बाजार में कुल 3.62 लाख करोड़ रुपए का ₹2000 के नोट थे जो कुल नोटों का 10% है। 

प्रोफेसर कुमार का कहना है कि “₹2000 के नोट को काला धन रखने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है भारत में अभी 3.62 लाख करोड़ रुपए के ₹2000 के नोट प्रचलन में हैं अगर यह भारत में लोग के घर में ₹1,00,000 इन नोटों में के लिए रखते होंगे तभी ऐसे लोगों की संख्या बहुत अधिक नहीं है ऐसे में यह समझना मुश्किल है कि यह नोट बंद क्यों किया जा रहा है।

इसके पीछे क्या नीति का मकसद है आरबीआई खुद धीरे-धीरे इस ₹2000 के नोट को प्रचलन से बाहर कर रही है मार्च 2018 के बाद यह नए नोट छपने भी बंद हो गए थे पहले के मुकाबले बाजार में भी यह नोट लगभग आधे हो गए थे ऐसे में सवाल उठता है कि इस समय इस फैसले का कारण क्या है।

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